Jeevan ke teen niyam
बंद करें हर बात पर जरूरत से ज्यादा सोचना फिजूल की चिंता करना इससे कुछ होता भी नहीं है अनूठे अनुभव से गुजारना चाहते हैं तो जिंदगी को आज मे जिये । कुछ ऐसी बातों को अपना आधार बनाए जो आपको जिंदगी और सफलता दोनों के करीब ले जाए ||
आइए जानते जिंदगी के तीन न नियम"
पहला नियम__
हम प्रेम पाना चाहते हैं पर देना नहीं चाहते देते कम है और पाना ज्यादा चाहते हैं हमें लेना ही याद रहता है देते समय सब भूल जाते हैं और यही हमारा हिसाब बिगड़ जाता है हम जो देते हैं वही पाते हैं प्रेम लौटता ही है हजार गुना होकर लौटता है |
दूसरा नियम
सब हंसना चाहते हैं वह भी जो गंभीरता उड़े रहते हैं और वह भी जिन्हें हंसने की कोई वजह दिखाई नहीं देती हम जितनी आसानी से दूसरों को ज्ञान देने लगते हैं उतनी कोशिश उन्हें हंसाने की नहीं करते हंसी केवल आपके चेहरे की सुंदरता नहीं बढ़ाती वो जीवन को भी सुंदर बना देती है कहा गया है कि हंसमुख व्यक्ति वह फुहार है जिसके छींटे सबके मन को ठंडा करती हैं |
तीसरा नियम __
बीते कल में कुछ बहुत कुछ ऐसा होता है जो हमें अपनी गलतियों का अहसास कराता है हम बहुत कुछ ऐसा करते हैं जो नहीं करना चाहिए था बहुत कुछ ऐसा कहते हैं जो नहीं कहना चाहिए था फिर हम जितना सोचते हैं उतना ही खुद से नफरत करते हैं । कहा जाता है कि जैसे अंधेरे को दूर करने के लिए रोशनी की जरूरत होती है वैसे ही नफरत को दूर करने के लिए प्यार की |
आइए जानते जिंदगी के तीन न नियम"
पहला नियम__
हम प्रेम पाना चाहते हैं पर देना नहीं चाहते देते कम है और पाना ज्यादा चाहते हैं हमें लेना ही याद रहता है देते समय सब भूल जाते हैं और यही हमारा हिसाब बिगड़ जाता है हम जो देते हैं वही पाते हैं प्रेम लौटता ही है हजार गुना होकर लौटता है |
दूसरा नियम
सब हंसना चाहते हैं वह भी जो गंभीरता उड़े रहते हैं और वह भी जिन्हें हंसने की कोई वजह दिखाई नहीं देती हम जितनी आसानी से दूसरों को ज्ञान देने लगते हैं उतनी कोशिश उन्हें हंसाने की नहीं करते हंसी केवल आपके चेहरे की सुंदरता नहीं बढ़ाती वो जीवन को भी सुंदर बना देती है कहा गया है कि हंसमुख व्यक्ति वह फुहार है जिसके छींटे सबके मन को ठंडा करती हैं |
तीसरा नियम __
बीते कल में कुछ बहुत कुछ ऐसा होता है जो हमें अपनी गलतियों का अहसास कराता है हम बहुत कुछ ऐसा करते हैं जो नहीं करना चाहिए था बहुत कुछ ऐसा कहते हैं जो नहीं कहना चाहिए था फिर हम जितना सोचते हैं उतना ही खुद से नफरत करते हैं । कहा जाता है कि जैसे अंधेरे को दूर करने के लिए रोशनी की जरूरत होती है वैसे ही नफरत को दूर करने के लिए प्यार की |
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